"आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया" सरकार एवम जनता के बीच की अंतर को भर रहा हम सरकार के कार्यक्रमों में खामियों को दूर करने का प्रयास करते हैं और उन लोगों तक पहुँचते हैं जो अक्सर राज्य की परियोजनाओं से अछूते रह जाते हैं। उदाहरण के लिये- COVID-19 संकट में प्रवासी श्रमिकों को सहायता प्रदान करना। इसके अलावा  मानव और श्रम अधिकारों, लैंगिक मुद्दों, स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण, शिक्षा, कानूनी सहायता और यहाँ तक कि अनुसंधान से संबंधित विविध गतिविधियों में भी लगे हुए हैं।

मानव जीवन के अधिकार संबंधी भूमिका के लिए समाज में कोई भी बदलाव लाने के लिये सामुदायिक-स्तर के संगठन और स्वयं सहायता समूह की भूमिका महत्वपूर्ण होती है जिसकी पूर्ति  आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया करती है

आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया ऐसे  गैर सरकारी संगठन हैं जो सरकार की नीतियों और कार्यों के विरुद्ध जनता की राय जुटाते हैं। जनता को शिक्षित करने और सार्वजनिक नीति पर दबाव बनाने में सक्षम हैं, वे लोकतंत्र में महत्त्वपूर्ण दबाव समूहों के रूप में कार्य करते हैं।आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया गुणवत्ता सेवा की मांग के लिये गरीबों को जुटाते और संगठित करते हैं और ज़मीनी स्तर के सरकारी अधिकारियों के प्रदर्शन पर जवाबदेही के लिये सामुदायिक प्रणाली लागू करते हैं।

आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया जैसे ही कई सामाजिक संस्था की पहल ने देश में जागरूकता फैलाने, सामाजिक एकजुटता, सेवा वितरण, प्रशिक्षण, अध्ययन अनुसंधान एवं सार्वजनिक अपेक्षा को स्वर देने में सहयोग करते हैं। सरकार के प्रदर्शन पर संवाद निगरानी द्वारा वे राजनीतिक जवाबदेही सुनिश्चित कराते हैं। विदित हो कि भारत में भोजन का अधिकार, शिक्षा का अधिकार या मनरेगा और सबसे महत्त्वपूर्ण पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, वन अधिकार अधिनियम, 2006 और सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 शामिल हैं। जैसे कई प्रमुख विधेयक गैर सरकारी संगठनों के हस्तक्षेप से ही पारित हुए।

आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया पर प्रत्यक्ष रूप से सरकारी नियंत्रण नहीं होता है लेकिन फिर भी संगठन को अपने कार्य सरकारी नीतियों के अनुसार ही करने होते हैं। गैर सरकारी संगठन प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, सशक्तिकरण, सामाजिक विकास, सामाजिक जागरूकता, राजनैतिक जागरूकता, पशु कल्याण, आर्थिक और वित्तीय संसाधन प्रबंधन विकास, आधारभूत सरचना विकास, समुदायों के आजिविकोपार्जन के कार्यक्रम, सांस्कृतिक विरासत संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान तकनीकी, मानवाधिकार जैसे किसी भी उद्देश्य के लिए कार्य कर सकते हैं जो समाज के सदस्यों, व्यक्तियों समाज के उन्नति में सहायक उपयोगी हो। गैर सरकारी संगठन मानव जीवन के कल्याण सुधार हेतु कानून के अनुपालन और क्रियान्वयन, नवीन नियम कानून और नीतियां बनवाने में भी सहयोग करती हैं।संगठनों की महत्वपूर्ण एवं प्रभावशाली भूमिका का सबसे बड़ा आधार यह है कि संगठन नये प्रयोगों एवं आवश्यकतानुसार लचीले स्वरूप को आसानी से अपने कार्य में समाहित कर लेते हैं संगठनों द्वारा विकसित की गई कार्यविधि, मॉडल एवं सामग्री कई बार इतनी महत्वपूर्ण साबित हुई है कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में इसे समाहित किया गया है। इनमें से प्रमुख हैं जल संरक्षण हेतु वर्षा जल का संरक्षण, पीने के पानी हेतु हैंड पंप का प्रयोग, साक्षरता एवं सामुदायिक स्वास्थ्य। सरकार द्वारा प्रदत्त सेवाओं के स्थायित्व एवं कम लागत पर लोगों तक पहुंचाने का कार्य स्वयंसेवी संगठन प्रभावी तरीके से करते हैं।

 

आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया सामाजिक अंतर-मध्यस्थता समाज में परिवर्तन के वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिये प्रचलित सामाजिक परिवेश के भीतर सामाजिक और व्यवहारिक दृष्टिकोण को बदलने के लिये मध्यथ के रूप में समाज के विभिन्न स्तरों का हस्तक्षेप करता है भारतीय समाज में जहाँ लोग अभी भी अंधविश्वास, आस्था, विश्वास और रीति-रिवाज में फंसे हुए हैं, वहाँ आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया  उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं और लोगों में जागरूकता पैदा करते हैं

Important  Noted point

आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया लाभ अर्जित करने वाला गैर सरकारी, सेवाभाव वाला, विकास प्रकृति वाला एक ऐसा संगठन है, जो अपने संगठन के मूल सदस्यों या जन समुदाय के अन्य सदस्यों के हितों के लिए काम करता है।

यह दीपक कुमार सिंह जी  द्वारा बनाया गया एक ऐसा संगठन है जो कुछ मूलभूत साधारण सिद्धान्तों पर विश्वास करता है और अपनी गतिविधियों का गठन समुदाय के एक ऐसे वर्ग के विकास के लिए करता है जिसको अपनी सेवाएँ प्रदान करना चाहता है।

यह एक समाज विकास प्रेरित संगठन है, जो समाज को सशक्त और समर्थ बनाने में सहयोग देता है।

यह एक ऐसा संगठन या जनता का एक ऐसा समूह है जो स्वतन्त्र रूप से काम करता है और इस पर किसी तरह का कोई बाहरी नियंत्रण नहीं होता। संगठन के अपने कुछ खास उद्देश्य और लक्ष्य  हैं, जिनके आधार पर वे किसी समुदाय, इलाके या परिस्थिति विषेश में उपयुक्त बदलाव लाने के लिए अपने निर्दिष्ट कार्यों को पूरा करते हैं।

यह एक स्वतंत्र लोकतांत्रिक और गैर साम्प्रदायिक व्यक्तियों का एक ऐसा संगठन होता है जो आर्थिक सामान्य दृष्टि से नीचे के स्तर के लोगों के समूह को सशक्त समर्थ बनाने का काम करता है।

यह किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं होता और जो आम तौर पर जनसमुदाय को मदद देने, उनके विकास कल्याण के कार्यों में जुटा रहता है।

यह एक ऐसा संगठन है, जो समाज को समस्याओं के मूलभूत कारणों की जड़ों का पता लगाने और विषेश रूप से गरीब, उत्पीड़ित, सामाजिक दृष्टि से हीनतम स्थिति के लोगों, वे चाहे शहरी हों, या ग्रामीण इलाकों में हो, के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के प्रति वचनबद्ध हैं।

इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होता या बहुत ही कम होता है। सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन करते हैं।

सरकार ने अपने राज्य नीति के निर्देशित सिद्धान्तों के तहत राज्य को कल्याणकारी राज्य का दर्जा दिया है। अत: निश्चित रूप से नागरिक समाज और सामाजिक संगठनों के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वे भी अनाथ, दलित और कमजोर वर्गों (महिलाओं बच्चों) की समस्याओं को हल करने उनकी मूलभूत आवश्यकताओं और सुविधाओं को प्रदान करने के लिए अपनी विषेश भूमिका निभाए। सरकार ने नागरिकों के जीवन स्तर और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, कुछ योजनाएँ निर्धारित की है जिनमें गैर सरकारी संगठन अपना योगदान दे रहे हैं, ये हैं – शिक्षा, वृद्धों का संरक्षण, कृशि, पशु कल्याण, कला, दस्तकारी, षिषु कल्याण, शहर नगर, संस्कृति धरोहर, विकलांगता, पर्यावरण, स्वास्थ्य, मानव संसाधन, ग्रामीण विकास, विज्ञान प्रौद्योगिकी, जनजातिय वर्ग कल्याण, महिला विकास, अन्य सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ आदि।

ऐसे संगठन हैं जो गरीब दूसरे निराश्रितों की सहायता करने के उद्देश्य को लेकर चलते हैं। ये संगठन गरीब वर्ग के लोगों की सहायता बिना किसी लागत के तकनीकी सामाजिक सेवाएँ देते है। सरकार से कोई प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं  संगठनों अपने आप मे तटस्थ  काफी  है